ॐ ह्रीँ पद्मविष्टरायै पद्मावत्यै नमः । क्या इस मंत्र का जप समूह में किया जा सकता है? अवगड़ का चेला, फिरूँ अकेला, कभी न शीश नवाऊंगा प्रस्तुत मन्त्र को गुरुगोरखनाथ के सिद्ध स्थान में बैठकर अथवा रूद्रदेव के मन्दिर में बैठ एक हजार बार करना चाहिए। अथवा देवी मन्दिर https://lorenzorojcx.ttblogs.com/11969379/considerations-to-know-about-most-powerful-sarv-karya-sidh-shabar-mantra-karya-siddhi-shabar-mantra-most-powerful-shabar-mantra